सिरसा :  आज प्रदेशभर में अखिल भारतीय जाट महासभा द्वारा कॉलेज व विश्वविद्यालयों को बंद करने की चेतावनी का असर सिरसा जिला में दिखाई दिया। एहतियातन जिला भर में कॉलेज व विश्वविद्यालय में कक्षाएं नहीं लगी। पुलिस प्रशासन द्वारा किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के जबरदस्त इंतजाम किए गए थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान पहरा दे रहे थे। सरकारी इमारतों व सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस की निगेहबानी रही। पुलिस गश्त दर गश्त कर स्थिति का जायजा ले रही थी। पूरे जिला को सुरक्षा की दृष्टि से विभिन्न भागों में बांटा गया था और ओवरआल इंचार्ज डीएसपी हेडक्वार्टर पूर्ण चंद पंवार को बनाया गया था।

उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय जाट महासभा द्वारा ओबीसी में शामिल करने की मांग को लेकर प्रदेशभर में आंदोलन छेड़ा गया है। आरक्षण की मांग को लेकर गत 13 सितम्बर को हिसार के गांव मय्यड़ में पुलिस की गोली से एक छात्र की मौत के बाद जाट समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए और प्रदेश भर में हिंसा का जोरदार तांडव हुआ। बाद में जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने अपना आंदोलन वापस ले लिया, लेकिन आरक्षण की मांग को लेकर उनका संघर्ष अब भी जारी है। इसके तहत अखिल भारतीय जाट महासभा ने चेतावनी दी थी कि 20 सितम्बर को वे प्रदेशभर में कॉलेजों व विश्वविद्यालयों को बंद करवाएंगे। स्कूलों को इस चेतावनी से दूर रखा गया। महासभा की चेतावनी के मध्यनजर जिला पुलिस प्रशासन ने गत दिवस सभी सरकारी व गैर सरकारी कॉलेजों व विश्वविद्यालय प्रबंधन की बैठक बुलाई और उन्हें 20 सितम्बर को अपने-अपने संस्थान में कक्षाएं न लगाने के निर्देश दिए। इसके तहत आज जिला भर में कॉलेज व विश्वविद्यालय में नॉन टीचिंग डे रखा गया। इन संस्थानों में हालांकि सुबह सवेरे विद्यार्थी पहुंचे, लेकिन बाद में घरों को लौट गए। पूरे जिला में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार का जोखिम उठाने को तैयार नहीं था। बस स्टैंड परिसर में पुलिस के जवान तैनात किए गए तो रेलवे स्टेशन परिसर में राजकीय रेलवे पुलिस व रेलवे सुरक्षाबल के जवान गश्त करते नजर आए। जिला भर में सरकारी इमारतों व सार्वजनिक स्थलों पर पुलिसबल लगाया था। बस स्टैंड से लेकर हुडा चौक तक घुड़सवार पुलिस राउंड दर राउंड लगा रही थी। समाचार लिखे जाने तक जिला में कहीं से भी हिंसा का कोई समाचार नहीं मिला। किसी भी अनहोनि से निपटने के पुलिस आंसू गैस के गोलों आदि विभिन्न उपकरणों से लैस थी। अनेक स्थानों पर दमकल व एम्बुलेंस ऐतिहायत के तौर पर खड़ी की गई थी। अखिल भारतीय जाट महासभा ने कल 21 सितम्बर को प्रदेश के सभी व्यावसायिक स्थानों को भी बंद करवाने की चेतावनी भी जारी की हुई है।

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