सिरसा:  यमुना में आई बाढ़ से दिल्ली को बचाने के लिए पानी का रूख जानबूझकर हरियाणा की ओर मोड़ा गया। जिसके कारण प्रदेश के यमुनानगर, करनाल, पानीपत व कुयक्षेत्र जिलों में बाढ़ आ गई। प्रदेश सरकार पर यह आरोप इनेलो महासचिव व विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला ने आज प्रात: अपने निवास स्थान पर हुई प्रेस वार्ता में लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने मानसून सत्र को मात्र दिन तक रखा जिसे एक सप्ताह तक बढ़ाने की मांग की गई थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने सदन में यह कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहंी था लेकिन जब प्रतिपक्ष के नेता ओम प्रकाश चौटाला की ओर से प्रदेश में आई बाढ, खोखरी कांड, भूमि अधिग्रहण के घोटालों सहित अनेक मुद्दे उठाए तो उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का आरोप लगाकर पार्टी के ३२ विधायकों सहित सदन से निष्काशित कर दिया।

सरकार को तुगलकी सरकार की संज्ञा देते हुए चौटाला ने कहा कि प्रदेश के गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा की कार में एक महिला का रेप हुआ तो इस पर बजाय सरकार के गंभीर होने के उन्होंने विपक्ष पर ही उंगली उठा दी। वहीं मंत्री ने यह तक कहा कि यदि कार उनके नाम निकली तो वे इस्तीफा दे देंगे। जब विपक्ष ने स्पीकर को कार के गोपाल कांडा के नाम होने के सबूत दिए तो उन्होंने कमेटी के पास मामला चले जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार न तो मीडिया को मानती है और न ही विपक्ष की बातों का उसपर कोई असर हो रहा है। अब उन्हें केवल जनता की अदालत में ही जाना पड़ेगा। जाटों के आरक्षण के प्रश्र पर उन्होंने कहा कि जब राजस्थान के जाटों को आरक्षण मिल सकता है तो हरियाणा के जाट क्यों इस अधिकार से वंचित रहें। इस मौके पर कई इनेलो नेता भी मौजूद थे |

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