ज्वालामुखी: 12 सितंबर राज्य में श्वेत क्रांति के लिए प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई 300 करोड़ रूपये की दूध गंगा परियोजना को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल ने सामान्य वर्ग के किसानों को 25 प्रतिशत और अनुसूचित जाति व जनजाति के किसानों के लिए 33 प्रतिशत अनुदान देने का प्रवधान किया है ताकि गरीब किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकें।

यह जानकारी सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री रविंद्र सिंह रवि ने थुरल निर्वाचन क्षेत्र के विश्राम गृह बालकरूपी में लोगों की जनसमस्याएं सुनने के उपरांत अपने संबोधन में देते हुए कहा कि इससे पहले दूध गंगा परियोजना के तहत दस उत्तम किस्म के दुधारू पशुओं की खरीद पर तीन लाख का ऋण जिसमें पचास प्रतिशत ब्याज मुक्त किया गया है, अब किसानों को अनुदान का भी प्रावधान कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में दूध की डिमांड को पूरा करने के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है लेकिन अब दूध गंगा परियोजना के शुरू होने से राज्य में ही डिमांड के मुताबिक दूध का उत्पादन किया जाएगा इससे किसानों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि कृषि में पशुधन का विशेष महत्व होता है तथा पालतु पशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री आरोग्य पशु धन योजना भी आरंम्भ की गई है। जिसके तहत 1150 पशु औषधालय आगामी तीन वर्षों में उन पंचायतों में खोले जाएंगे जहां यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। कांगड़ा जिले में ऐसी 239 के करीब पंचायतों में पशु औषधालय खोले जाएंगे।

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