धर्मशाला: वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश के गा्रमीण क्षेत्रों में 70 लीटर शुद्घ पेयजल प्रति व्यक्ति प्रतिदिन नल द्वारा पीने एवं अन्य घरेलू कार्यों के लिए उपलब्ध करवा रही है जबकि भारत सरकार का यही आंकड़ा 40 लीटर है। यह जानकारी सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्री रविन्द्र सिंह रवि ने बैजनाथ में 2$36 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली पेयजल योजना घिरथौली उस्तेहड़ का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को सम्बोधित करते हुये दी।

उन्होंने कहा कि इस योजना के बनने से क्षेत्र के 6 गांव के 6500 लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा जबकि 2030 तक इस योजना से 8500 की आबादी को पर्याप्त पेयजल सुविधा प्रदान हो सकेगी।उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार शहरी क्षेत्रों की तर्ज पर ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्याप्त पानी उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प है। और इस वित वर्ष में प्रदेश में सिंचाई, पेयजल, बाढ़ नियंत्रण, मल निकासी आदि के लिए 1500 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं जिसमें जिला कांगड़ा में 152 करोड़ रुपए और बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न सिंचाई व पयेजल योजनाओं पर 8$23 करोड रुपए व्यय किए जाने के साथ 18 करोड़ 69 लाख रुपए की अन्य योजनाएं स्वीकृत की गई हैं।

उन्होंने बताया कि भारत सरकार एनएसएसओ द्वारा हिमाचल में करवाए गए सर्वे के अनुसार 32 हजार घर और 1 लाख 57 हजार व्यक्तियों से सीधे संपर्क कर जो रिपोर्ट आई है, वह विकास कार्यों की तस्वीर उज्जवल करती है। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में 84 प्रतिशत लोग पेयजल और रोजमर्रा के कार्यों के लिए नल का पानी प्रयोग करते हैं जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 62 प्रतिशत लोग ही नल का प्रयोग करते हैं। हिमाचल में सिर्फ 16 प्रतिशत लोग हैंडपंप, कुंआ व अन्य स्त्रोंतो का प्रयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि गत वर्ष 2500 हैंडपंप के लक्ष्य के मुकाबले 3007 हैंडपंप लगाए गए हैं जबकि इस वर्ष का निर्धारित लक्ष्य 2500 हैंडपंप का है जिसके तहत 30 जून तक 1545 हैंडपंप लगाए जा चुके हैं।

उन्होंने बताया कि बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र में आज तक 318 हैंडपंप कार्य कर रहे हैं और आवश्यकतानुसार इस विधानसभा क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर हैंडपंप स्थापित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि पानी की शु़द्घता को जांचने के लिए 600 पंचायतों में जनवरी, 2010 से वाटर टैस्टिंग किट प्रदान की गई है। इसी माह से एक हजार पंचायतों को यह किट दी जाने के साथ ही पूरे प्रदेश की 3243 पंचायतों में वाटर टैस्टिंग किट चरणबद्घ तरीके से उपलब्ध करवा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र के साथ कोई भेदभाव नहीं रखा जाएगा। यहां बुनियादी जरूरतों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।

जनसभा को संबोधित करते हुए बूल फैडरेशन के अध्यक्ष, श्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि भेड़ पालकों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए हि0प्र0 के मुख्यमंत्री प्रो0 पे्रम कुमार धूमल 10 अक्तूबर को पालमपुर में एक जनसभा में जिसमें प्रदेश के 10 हजार भेड़ पालक भाग ले रहे है, के अवसर पर भेड़ पालक समृद्घि योजना का शुभारंभ करेंगे।

समारोह में भाजपा महिला मोर्चा सुदेश राणा, भाजपा मण्डलाध्यक्ष चमन लाल ग्रावर, महामंत्री बलदेव राणा पूर्व अध्यक्ष संसार चंद, एसडीएम बैजनाथ केके सरोच, मुख्य अभियंता आईपीएच) सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version