ज्वालामुखी: प्रदेश में शहरों के सुनियोजित विकास को प्राथमिकता दी जा रही है तथा चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश में शहरी विकास कार्यक्रम पर 62 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा रही है। यह जानकारी उद्योग, श्रम एवं रोजग़ार मंत्री, किशन कपूर ने देते हुए कहा कि शहरों का सुनियोजित विकास समय की आवश्यकता बन गई है तथा प्रदेश सरकार द्वारा शहरों में भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने तथा नागरिकों को बेहतर नागरिक सुविधाएं प्रदान करने के दृष्टिगत विशेष कार्य योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने धर्मशाला शहर के विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि पर्यटन की दृष्टि से धर्मशाला शहर बड़ी तेजी से विकसित हो रहा है तथा शहर के सुनियोजित विकास के दृष्टिगत आगामी 25 वर्षों के लिए एक बृहद महत्वाकांक्षी योजना तैयार की जा रही है जिसमें नगर परिषद् क्षेत्र के अतिरिक्त आस-पास के 20 राजस्व मुहाल को विकसित करने के लिये शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में भू-उपयोग संबंधी सर्वेक्षण का कार्य प्रगति पर है जबकि दूसरे चरण में धर्मशाला शहर के प्रस्तावित विकास के लिए कार्य योजना का कार्य मार्च, 2011 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। किशन कपूर ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में अवैध निर्माण व अतिक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी पग उठाए गए हैं जिसके लिए स्थानीय निकायों, नगर नियोजन विभाग को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि शहरों को स्व’छ एवं साफ-सुथरा बनाने के दृष्टिगत सीवरेज़ प्रणाली को सुदृढ़ किया जा रहा है तथा एकीकृत विकास मलिन बस्ती कार्यक्रम के अंतर्गत हमीरपुर, धर्मशाला, सोलन, परवाणु, बद्दी तथा नालागढ़ शहरों के लिए 55.33 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत की गई है जबकि धर्मशाला, परवाणु तथा बिलासपुर शहरों की पेयजल आपूर्ति योजनाओं के लिए 12.62 करोड़ रुपये की राशि की परियोजना को सैद्घांतिक मंजूरी प्रदान की गई है ताकि इन शहरों में पानी की समस्या का पूर्ण समाधान हो सकेगा।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version