सिरसा: एक कहावत है कि मुंह को आया हाथ न लगा। यह कहावत उस समय दैनिक जागरण के पत्रकारों पर दुरूस्त बैठी है। अखबार के करीब २५ पत्रकारों को हरियाणा सरकार द्वारा पुरस्कार के तौर पर मिले २१-२१ हजार रूपए जागरण प्रबंधन को वापिस करने पड़ रहे हैं। इसके लिए जागरण प्रबंधन ने बकायदा यह फरमान जारी कर दिया है कि सभी पत्रकार नोयडा मुख्यालय पहुंचे और इनाम राशि को वापिस करें। यदि कोई ऐसा नहीं करेगा तो वह अपना इस्तीफा दे दे।  बेचारे पत्रकार करें भी तो क्या।

पुरस्कार पाने वालों में  दैनिक जागरण के करीब २५ पत्रकार शामिल हैं जिन्हें संस्थान को राशि लौटानी पड़ेगी। यह सभी पत्रकार २१ सितंबर को हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेंद सिंह हुड्डा द्वारा हरियाणा पत्रकार पुरस्कार वर्ष २००८ के दौरान प्रदेश के १५३ पत्रकारों के साथ पुरस्कृत हुए थे। पुरस्कार के तौर पर इन सभी पत्रकारों को २१-२१ हजार रूपए की राशि के चैक, शॉल व प्रशस्ति पत्र दिए गए थे। पता चला है कि जागरण प्रबंधन ने पत्रकारों से पुरस्कार की राशि इसलिए वापिस ली है कि उन्हें हरियाणा सरकार द्वारा पत्रकारों को चयनित करने की प्रक्रिया पर आपत्ति है। जिसमें आवेदन के माध्यम से इन पत्रकारों को चुना गया था। खैर जो भी है लेकिन मुफलसी का शिकार रहे पत्रकारों के साथ इस प्रकार का धोखा हो जाना सरासर नाइंसाफी दिखती है।

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