ज्वालामुखी: ज्वालामुखी में एक बार फिर से चंदन तस्करों ने बीती रात ज्वालामुखी के वार्ड नम्बर चार के रहने वाले स्थानीय निवासी तुलसी राम की जमीन से लगभग 20-25 साल पुराने 11 चंदन के पेड़ों पर अपना हाथ साफ कर गए। ज्वालामुखी में पहले से भी चंदन तस्करों ने कई लोगों की जमीनों से चंदन के पेड़ों पर अपना हाथ साफ कर चुके है,लेकिन तस्करों द्वारा काटी गई चंदन पेड़ों की यह अब तक की सबसे बड़ी खेप है । चंदन तस्करों द्वारा काटे गए चंदन के पेड़ों की कीमत 3 लाख रूपये से भी अधिक आंकी जा रही है।ज्वालामुखी के वार्ड नम्बर चार के निवासी तुलसी राम ने बताया कि जंगल के साथ लगती इस जमीन में चंदन के काफी पेड़ है, लेकिन बीती रात में तस्करों ने एक साथ 11 पेड़ो को अपना निशाना बनाकर उनकी लाखों की चंदन लकड़ी को लेकर फरार हो गए। तस्करों द्वारा 11 पेड़ों में से कुछ के तने वहीं छोडक़र जाना पड़ा और उनमें से तो तस्कर 1 पेड़ को आधा काटकर ही छोड़ गए। तुलसी राम ने बताया कि शनिवार सुबह जब उनकी पुत्री उषा कुमारी जोकि ज्वालामुखी स्कूल में जमा एक की छात्रा है वह आग को जलाने के लिए कुछ लकडिय़ां लेने के लिए खेतों की और गई तो वहां पर उसने चंदन के कुछ पेड़ कटे हुए देखे ।

उषा कुमारी ने चंदन के पेड़ों के कटने की जानकारी उसने अपने पिता को दी। तुलसी राम अपनी पुत्री की बात सुनकर सुबह के सभी काम छोडक़र जब खेतों में कटे हुए चंदन के पेड़ देखने गया, तो वह एक साथ अपने खेत में पेड़ो को कटा हुआ देख कर हैरान रह गया। जब तुलसी राम ने अपने खेत में कटे हुए चंदन के पेड़ों को गिना तो कुल 11 पेड़ उनके खेत से कट चुके थे, जबकि 1 पेड़ को चंदन तस्कर अधकटा छोड़ कर बाकी के पेड़ों की लाखों की लकड़ी लेकर वहां से फरार हो गए। खेतों में कटे हुए चंदन के पेड़ों की शिकायत तुलसी राम ने ज्वालामुखी थाने में दर्ज करवा दी है। कहा जाता है कि चंदन तस्करों द्वारा लगातार काटे जा रहे चंदन के पेड़ों को देखकर लगता है कि कहीं न कहीं इन तस्करों का किसी अंतर्राष्ट्रीय लोगों के साथ भी मिले होना भी हो सकता है। हैरानी तो इस बात की है कि ज्वालामुखी व इसके आस पास के क्षेत्रों से अब तक लाखों के चंदन के पेड़ तस्करों द्वारा काटे जा चुके है, लेकिन स्थानीय पुलिस अब तक तस्करों के गिरोह का पता लगाने में नाकाम रही है। डी.एस.पी. देहरा परस राम का कहना है कि पुलिस जल्द ही चंदन तस्करी के काम में लगे लोगों को बे नकाब करेगी।

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