रोहतक:  नक्सली हमले में शहीद हुए भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान रोहतक जिला के गांव रूड़की निवासी दिनेश का आज गांव में पूरे सैनिक व पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर से उनके भाई कुलदीप सिंह नम्बरदार ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया। उनके अंतिम संस्कार में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक संदेश भेजकर इस हमले में शहीद हुए हरियाणा के दो जवानों के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार की राजीव गांधी बीमा योजना के तहत दोनों शहीद परिवारों को एक-एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

शहीद दिनेश का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव में पहुंचा तो पूरे गांव का वातावरण शहीद दिनेश के अमर रहे के नारों से गूंज उठा। शहीद दिनेश के छोटे भाई योगेश ने चिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले पार्थिव शरीर के साथ आए आईटीबीपी के जवानों की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाई व हथियार उल्टे किए। टुकड़ी के सदस्यों ने आसमान में गोलियां दागकर शहीद दिनेश को सलामी दी। शहीद दिनेश का जन्म 3 अक्तूबर 1984 को हुआ था और वर्ष 2009 में आईटीबीपी में भर्ती हुआ था। उसे आरंभ से ही छत्तसीगढ़ के नक्सली प्रभावी क्षेत्र में तैनात किया गया था। दिनेश संयुक्त परिवार में रह रहा था। उसके पिता हवा सिंह एक किसान है और माता सोना देवी घरेलू महिला है। शहीद दिनेश की पत्नी रीना के अलावा दो बेटियां तनिशा (4 वर्ष) व अनिशा (6 माह)है। इसके अलावा उनके दो भाई योगेश व कर्मवेश व तीन बहनें सुमन, मीनाक्षी व पूजा है। शहीद के पिता हवा सिंह ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है और वे अपने दो अन्य बेटों को भी देश की रक्षा के लिए सेना में भेजने के लिए तैयार है।

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1 Comment

  1. श्रद्धान्जलि. एक की शहादत के बाद भी जो पिता अपने अन्य दोनों बेटों को सेना में ही भरती कराना चाहता हो, ऐसे देश-भक्त पिताओं के कारण ही देश का सिर ऊंचा होता है.

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