चंडीगढ़:  हरियाणा सरकार ने प्रदेश में पोलिथीन थैलों की री-साईकलिंग, भण्डारण और उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा द्वारा इस आशय के एक प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि इस समय पैकिंग सामग्री के लिए प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाए जाने का प्रस्ताव नहीं किया गया है, जिस पर विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पोलीथीन की थैलियों के रीसाईकलिंग, भण्डारण और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि यह पाया गया कि विशेष मोटाई तक के पोलिथीन कैरीबैग के उपयोग पर आंशिक प्रतिबंध से वांच्छित परिणाम नहीं मिले। सामान्यत: कम मोटाई के पोलीथीन बैग की पहचान करना कठिन होता है, क्योंकि उनकी बाजार में लागत कम है और मांग अधिक है। हमेशा प्रदेश में और अन्य गलत तरीकों से चोरी की सम्भावना बनी रहती है। उन्होंने बताया कि ऐसे थैलों में कोई भी वस्तु लेेने से उपभोक्ता कभी भी आपत्ति नहीं करता, क्योंंकि वे उनके लिए सुविधादायक हैं।

उन्होंने कहा कि थैलों की मोटाई पर सदैव भ्रम बना रहता है और अनुभव दर्शाता है कि पोलिथीन की थैलियां खाने के कारण गायों की मृत्यु हो जाती है। यही नहीं इनसे सीवर की ब्लोकेज भी हो जाती है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान राज्यों और संघीय क्षेत्र चण्डीगढ द्वारा पोलिथीन कैरी बैग के उपयोग, रीसाईकलिंग और भण्डारण पर पहले ही पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जा चुका है।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version