सिरसा:  डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह मस्ताना महाराज के जन्मदिवस पर जन्मभंडारा धूमधाम से मनाया गया। सत्संग के दौरान डेरा सच्चा सौदा संत गुरमीत राम रहीम सिंह ने वेश्यावृति त्याग कर आने वाली तीन लड़कियों ‘शुभदेवियों’ की शादियां करवाई। संत जी ने ‘शुभदेवी’ की उपाधि से नवाजी गई वेश्यावृति त्यागकर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने वाली तीन युवतियों की शादी ‘भक्त योद्धा’ की उपाधि से अलंकृत युवाओं से करवाई। गुरू जी ने जहां शुभदेवियों को अपनी बेटी माना वहीं उन्हे अपनी और से 25-25 हजार रूपए के चैक भी भेंट करते हुए उन्हे सुखमय वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्रदान किया। शुभदेवी-भक्तयोद्धा को कपड़े और घरेलू सामान के साथ साथ डेरा सच्चा सौदा के शाही परिवार के सदस्यों ने भी 21-21 हजार रूपए भेंट किए। वेश्याओं के कल्याण के लिए डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाई गई इस मुहिम में एक और मील पत्थर स्थापित हुआ जब एक भक्त योद्धा ने शुभदेवी को अपना जीवनसाथी बनाने के साथ साथ उसकी बेटी को भी अपनी बेटी की तरह अपनाया।

उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा द्वारा वेश्याओं के कल्याण के लिए बीते जनवरी माह से अनोखी मुहिम चलाई, जिसमें वेश्यावृति त्यागकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने वाली लड़कियों को अपना कर उनकी संपूर्ण चिकित्सीय जांच करवाकर उनकी शादियां करवाई गई। गुरू जी ने उन लड़कियों को अपनी बेटी माना है तथा उन्हे ‘शुभदेवी’ की संज्ञा दी तथा उन लड़कियों को अपनाने वाले युवाओं को ‘भक्तयोद्धा’ की उपाधि दी है। अब तक हजारों संभ्रात परिवारों से जुड़े पढ़े लिखे युवा गुरू जी के आह्वान पर इन युवतियों को अपने जीवन साथी के रूप में अपनाने के लिए आगे आ चुके है। इन शादियों के दौरान लड़के व लड़की दोनो की पहचान पूर्णत गोपनीय रखी जाती है। अब तक डेरा सच्चा सौदा वेश्वावृति के दलदल से निकली 10 लड़कियों की विवाह करवा चुका है ।

‘आफत में राहत, डेरा की चाहत’ डाक्यूमैंटरी का प्रदर्शन

सत्संग के दौरान ‘आफत में राहत, डेरा की चाहत’ डाक्यूमैंटरी फिल्म भी दिखलाई गई, जिसमें हाल ही में दिल्ली में ध्वस्त हुई बहुमंजिला ईमारत के दौरान शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के 500 से अधिक सेवादारों द्वारा किए गए राहत कार्यों को दिखलाया गया है साथ ही इस फिल्म में देश के विभिन्न भागों में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग द्वारा किए गए राहत कार्यों को भी दिखलाया गया। वहीं इस अवसर पर बिना दान दहेज के अनेक शादियां भी हुई। इस अवसर पर देश-विदेश से पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं ने सत्संग श्रवण किया तथा हजारों लोगों ने राम नाम ,गुरूमंत्र की अनमोल दात प्राप्त कर बुराइयों को त्यागने का संकल्प लिया।

रूहानियत और मानवता भलाई कार्यों के लिए विश्वभर में प्रख्यात डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक मस्ताना महाराज के 119वें जन्मदिवस के अवसर पर डेरा सच्चा सौदा को भव्य ढंग से सजाया गया था। सत्संग पंडाल व गुरू जी के विराजमान होने वाली स्टेज को भी भव्य तरीके से सजाया गया था। मध्यरात्रि के बाद तक चले सत्संग में लाखों डेरा प्रेमियों ने नाच नाचकर अपनी खुशी का इजहार किया। गुरू जी ने कहा कि वर्तमान में डेरा सच्चा सौदा मानवता भलाई के 60 से अधिक कार्य कर रहा है। समाज में फैली बुराइयों के खात्मे का बीड़ा उठाया हुआ है। संत जी ने उपस्थित साध संगत से आह्वान किया कि वे अच्छे काम करें, पाखंडों में न पड़े, कर्मयोगी बने तो भगवान उनकी मदद अवश्य करेंगे। संत जी ने बताया कि राम नाम का सुमिरन करने से काम-वासना-क्रोध, मोह, ममता, लोभ, अहंकार जैसी विकृतियां अपने आप समाप्त हो जाती है। उन्होने कहा कि ईश्वर से सदा दूसरों का भला मांगों, भला करों और किसी का दिल न दुखाओं। पावन भंडारे के अवसर पर संत जी ने उपस्थित लाखों की संख्या में पहुंची साध संगत को भ्रूण हत्या, नशे न करने, मानवता भलाई कार्यों एवं सच्चाई के पथ पर दृढता से चलने का प्रण दिलवाया, जिस पर उपस्थित जनसमूह ने अपने दोनो हाथों को उठाकर प्रण लिया। सत्संग के उपरांत लंगर भंडारा वितरित किया गया।

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