श्री रेणुका जी: वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है | इस वर्ष तीन मई 2022 को भगवान परशुराम जयंती मनाई जा रही है | परशुराम जयंती की पूर्व संध्या पर आज विभिन्न देवस्थलों से देव पालकियां ददाहू तहसील परिसर से लेकर श्री रेणुका जी तक शोभायात्रा के माध्यम से पहुंची।  भगवान परशुराम की देव पालकियां परशुराम मंदिर जामूकोटी तथा कटाह शीतला से लाई गई थी।

ददाहू तहसील प्रागण से तहसीलदार चेतन चौहान ने देवपालकियों का स्वागत किया और यहां से शोभायात्रा शुरू हो गई। कल प्रातः 3 मई अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम की पालकियां श्री रेणुका झील की परिक्रमा करेंगी | श्री रेणुका जी स्थित भगवान परशुराम जी की प्राचीन देवठी मे हवन यज्ञ का आयोजन भी किया जाएगा। इस यज्ञ में उपायुक्त जिला सिरमौर आर.के. गौतम भी भाग लेंगे । तीन दिनों तक चलने वाले परशुराम जन्मोत्स्व पर संध्या कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी यहां मंदिर परिसर में आयोजित होगे। वहीं खेलकूद प्रतियोगिता को आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया है। रेणुका विकास बोर्ड के सी.ई.ओ. दीप राम शर्मा ने बताया कि भगवान परशुराम जयंती उत्सव 4 मई को प्रातः देवपालिकियों की विदाई के साथ सम्पन्न हो जाएगा। 

कहते हैं भगवान परशुराम ने धरती से 36 बार क्षत्रियों का नाश कर दिया था | भगवान परशुराम अपने पिता ऋषि जमदनी के आदेश पर अपनी माता का सिर काटने के लिए भी जाने जाते हैं | कहते हैं भगवान परशुराम से प्रसन्न होकर महर्षि जमदनी ने माता रेणुका जी को पुनर्जीवित कर दिया था |

इस दौरान ददाहू बाजार में नवयुवकों ने प्रातः 11:00 बजे से छोले चावल, कढ़ी चावल, खीर हलवा, स्लाइस, पकोड़े व मीठे पानी की झबील लगाकर पालकियों का स्वागत किया जाएगा।  इस दोरान पारम्पारिक वाद्व यत्रों, ढोल नगाढे से वातावरण गुंजायमान हो गया ।

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