मंडी: शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष तौर पर फोकस किया जाए ताकि विद्यार्थियों का भविष्य बेहतर हो सके । यह उदगार सांसद प्रतिभा सिंह ने सरदार पटेल विवि के प्रथम स्थापना दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय में शोध कार्य में नवाचार की ओर विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे विश्वविद्यालय को नई पहचान मिलेगी ।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों में किसी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए। वहां केवल शिक्षा की बात होनी चाहिए।   उन्होंने विवि के प्रथम स्थापना दिवस के अवसर विवि के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ को शुभकामनाओं देते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के एक वर्ष के दौरान शानदार काम किया है।

उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने दुर्गम क्षेत्रों में स्कूल खोले हैं ताकि लड़कियों को भी उनके घर के नजदीक शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिले। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि एक साल के थोडे से अर्से मंेे ही इस विवि ने नई ऊंचाईयों को छुआ है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में यह विवि और नई ऊंचाईयों को छुएगा। विद्यार्थी जो सपने लेकर यहां आते हैं यह विवि उनके सपनों को जरूर पूरा करेगा।

सांसद प्रतिभा सिंह ने बताया कि इस समय विवि में मंडी, कांगड़ा, कुल्लू, चंबा और लाहौल और स्पिति जिलों के मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों के 34,342 छात्र पंजीकृत हैं। विवि के कुलपति आचार्य देव दत्त शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा विवि द्वारा एक वर्ष के अन्दर अर्जित उपलब्धियों के बारे में बताया।

कुलपति डाॅ0 अनुपमा सिंह ने बताया कि विवि के सभी विभागों में पीएचडी पाठ्यक्रम शुरू कर दिए हैं। विवि में पीजी पाठ्यक्रम के लिए 305 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इस अवधि के दौरान तीन पेटेंट प्रकाशित हो चुके हैं जबकि पांच पेटेंटस फैकल्टी सदस्यों द्वारा दाखिल किए जा चुके हैं। विवि के विद्यार्थियों ने इस अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य चंपा ठाकुर, विवि के रजिस्ट्रार मदन कुमार, चेतराम ठाकुर, पुष्पराज शर्मा, राजेन्द्र मोहन, विवि के डीन विकास परिषद डाॅ राजेश शर्मा, एसोसिएट डीन शोध डाॅ अक्षय कुमार, इतिहास विभाग के समन्वयक राकेश शर्मा, डाॅ चेतन चौहान, संयोजन वनस्पति डाॅ जगदीप वर्मा, विभिन्न विभागों के आचार्य, विद्यार्थी तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

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