नाहन : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान, जिसे डॉ. भीमराव अंबेडकर ने तैयार किया, देश के हर नागरिक के अधिकारों और समाज के विकास की राह दिखाता है। भाजपा संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर और उनकी टीम को शत-शत नमन करती है। उन्होंने कहा कि संविधान देश के हर जाति, धर्म और संप्रदाय के लिए समान अवसर प्रदान करता है।
डॉ. बिंदल ने कांग्रेस पर डॉ. अंबेडकर की उपेक्षा और अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1947 में देश की आजादी के बाद, 26 नवंबर 1949 को डॉ. अंबेडकर ने संविधान की प्रति तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को सौंपी। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। लेकिन, डॉ. अंबेडकर जैसे विद्वान और कुशल नेता को नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को संसद में पहुंचने से रोकने के लिए 1952 के चुनावों में पूरी ताकत झोंक दी।
डॉ. बिंदल ने इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लगाने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचलने की घटनाओं को भी याद दिलाया। उन्होंने कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए इंदिरा गांधी ने उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए देश में आपातकाल लगाया। इसके दौरान संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं, मीडिया पर प्रतिबंध लगाया गया, और लाखों नेताओं और कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया।
डॉ. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान के उद्देश्यों को तोड़ने और केवल अपने लाभ के लिए संशोधन करने का काम किया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे, लेकिन कांग्रेस ने बार-बार धर्म के आधार पर आरक्षण लागू करने की कोशिश की। हालांकि, इन प्रयासों को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया।
डॉ. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस आज संविधान की दुहाई देकर एक झूठा नैरेटिव गढ़ने का प्रयास कर रही है। लेकिन, इतिहास गवाह है कि कांग्रेस ने न केवल डॉ. अंबेडकर की उपेक्षा की, बल्कि संविधान और लोकतंत्र की भावना का बार-बार दमन भी किया।
डॉ. बिंदल ने हिमाचल प्रदेश की जनता से कांग्रेस के असली चेहरे को पहचानने और संविधान के महत्व को समझने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान के मूल्यों और डॉ. अंबेडकर के आदर्शों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध है।