अपनी दिनचर्या में ऊर्जा संरक्षण के उपायों को अपनाएं : धूमल

शिमला: मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने लोगों से अपनी दिनचर्या में ऊर्जा संरक्षण के उपायों को अपनाने और तेल व गैस का कम से कम उपयोग कर पर्यावरण मित्र तरीकों से अपनी जीवन चर्या को अमुशासनबद्ध करने की अपील की | मुख्यमंत्री आज यहा होटल हॉलीडे होम में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन द्वारा आयोजित तेल ...

भरोग-बनेडी में प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम आयोजित

नाहन: प्रदेश सरकार कुशल पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन देने के लिए कृत संकल्प है | वर्तमान सरकार आम आदमी की सरकार है तथा उसके हितों को सुरक्षित रखना ही सरकार की प्राथमिकता है | भरोग-बनेडी में आयोजित किए गए प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम की अध्यक्षता एस. डी. एम. श्री मनमोहन शर्मा ने की | ...

लड़ाई-पढ़ाई साथ-साथ

सरदार सरोवर बांध से नफा और नुकसान। पिछले दो दशकों से जारी इस बहस ने हमारे दिलो-दिमाग पर दो चित्र उभारे हैं। पहला चित्र बिजली, पानी और विकास की गंगा के रूप में तो दूसरा हजारों लागों के विस्थापन का दर्द लिए खड़ा है। नर्मदा घाटी के बाहर इस आंदोलन को जानने की उत्सुकता बनी ...

क्राई ने शिक्षा से जुड़ी मांगों का चार्टर राष्ट्रपति को सौंपा

नई दिल्ली / क्राई के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मुलाकात कर बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 में व्याप्त कमियों पर चर्चा की। इस  प्रतिनिधिमंडल ने भारत के सभी बच्चों को शिक्षा के अधिकार से जोड़ने के लिए अधिनियम में जरूरी संशोधन किए जाने की वकालत भी की। इस दौरान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ...

मम्मी, मैने सास पटा ली

हर लडकी का बचपन से ही एक सुनहरा ख्वाब होता है, कि एक दिन परीलोक से सोने के रथ पर सवार एक सुन्दर सा राजकुमार उसे ब्याह कर ससुराल ले जाएगा | वहां उसका अपना एक सुन्दर सा घर होगा | परन्तु जीवन की हकीकत किताबों-कहानियों से बिल्कुल जुदा होती है | आज के समय ...

लाचार सरकार : झोलाछाप डाक्टरों की चांदी ही चांदी

दुनिया के सबसे बडे देशों में गिनती रखने वाले भारत देश की सरकार आज आजादी के 60 साल बाद भी कितना लाचार है, यह बात किसी भी देशवासी से छिपी हुई नही है | बात चाहे खाने में मिलावट करने वालों की हो या आटों-टैक्सी वालों की  | झोलाछाप डाक्टरों के विरुद्ध सरकार कई सालों ...

शतरंज की गोटीयाँ

आजकल शहर के हर चौराहे, गली कूचो की दीवारो, पर राजनीतिक पार्टीयों के संदेश तरह-तरह के रंगीन पोस्टर एवं झंडे आदि दिखाई देने लगे है | समाचार पत्रों और टी.वी. में सुबह-शाम मंत्रीयो के लच्छेदार भाषण सुनने को मिल रहे है | नेताओ ने एक दूसरे पर इल्जाम लगाने की झडी शुरु कर दी है ...