सोलन का सोहम: एक्टिंग ही नहीं, शिक्षा में भी अव्वल है इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज सेमीफाइनलिस्ट

सोलन: होनहार विरवान के होत चिकने पात वाली कहावत सोहम वर्मा पर स्टीक बैठती है। सोहम वर्मा ने बाल्य काल में ही अपनी अभिनय प्रतिभा का झंडा  मुंबई में गाड़ दिया था। आठवीं की परीक्षा के बाद एक्टिंग से विश्राम लेकर पढ़ाई में मन लगाया और इस बार दसवीं की परीक्षा में 96.8 फीसदी अंक लेकर अपने स्कूल में तीसरा स्थान हासिल किया। बता दें कि सोहम सोलन के सेंट ल्यूक्स स्कूल का छात्र है और जितनी अच्छी वह एक्टिंग करता है, उतना ही होनहार छात्र भी है। 

soham verma

सोहम पढ़ाई में भी हमेशा अव्वल रहता है। परिजनों को भी अपने लाड़़ले पर नाज है। इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज में सेमीफानल तक पहुंचा सोहमसोलन जैसे छोटे शहर से मुंबई का सफर इतना आसान नहीं था, लेकिन सोहम के हुनर ने उसे सुगम बना दिया। सोहम वर्मा  छोटी स्कीन पर अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। जीटीवी के तीसरे रियल्टी शो इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज में सोहम ने सेमीफाइनलिस्ट रहे थे। 

बचपन से ही संगीत और एक्टिंग में रही सोहम की रूचीसोलन के कोटला नाला निवासी सोहम के पिता संजय वर्मा व माता पायल वर्मा ने बताया कि सोहम की बचपन से ही संगीत और एक्टिंग में रूची थी। संजय वर्मा ने बताया कि 5 वर्ष की आयु से ही उसने संगीत सीखना शुरू कर दिया था। वह सोलन के पोजो गांव निवासी प्यारे लाल से क्लासीकल संगीत सीखता था। एक्टिंग में रूची के कारण उन्होंने सोहम के टैलेंट को पहचाना और उसे तराशने की जिम्मेदारी एक्टिंग गुरू रमन रघुवंशी को दी थी जिसे रमन ने बखूबी निभाया।

संजय वर्मा ने बताया कि 8 कक्षा के बाद हालांकि उन्हें फिल्मों व सीरियल के ऑफर आए , लेकिन सोहम तो पढ़ाई में अपना सौ फीसदी देना चाहता था, इसलिए फिलहाल पढ़ाई पर ही अपना ध्यान केंद्रित करना चाहता था और इस बार बोर्ड परीक्षाओं में सोहम ने अच्छा कर दिखाया।  सोहम की इस उपलब्धि से दादा जगदीश वर्मा और दादी सुनीता  वर्मा, रविंद्र वर्मा व उर्मिल चौहान भी अपने पोते की इस उपलब्धि से गदगद हैं। उन्होंने सोहम को इसके लिए बधाई दी है।