नाहन : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली के दिशा- निर्देशों अनुसार केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की द्वारा हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पूर्व चिन्हित स्थलों पर भूकंप एवं भूस्खलन के मध्य नजर भवनों के जोखिम आंकलन हेतु बचत भवन उपायुक्त कार्यालय, नाहन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सिरमौर द्वारा आयोजित की जा रही दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन आज अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल. आर. वर्मा द्वारा किया गया।
उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में ग्रामीण विकास अभिकरण, पंचायती राज विभाग, हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग, हिमुडा, संबंधित खंड विकास अधिकारी कार्यालयों से लगभग 40 प्रतिभागियों व तकनीकी स्टाफ को भूमि स्तर पर इस योजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए प्रशिक्षित किया गया।
इसी दौरान आज दूसरे दिन प्रतिभागियों ने नाहन शहर के कुछ निजी एवं सरकारी भवनों का भी जोखिम आंकलन प्रायोगिक रूप में किया एवं इसकी रूपरेखा केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की को प्रस्तुत की।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने इस दो दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित होने के लिए सभी तकनीकी स्टाफ को बधाई दी एवं उन्होंने सभी से आग्रह भी किया कि वे धरातल पर अपने कनिष्ठ अभियंताओं एवं तकनीकी स्टाफ को भी भवन जोखिम आंकलन करने संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम देंगे ताकि भविष्य में सिरमौर जिला में भवनों को भूकंप एवं भूस्खलन आदि आपदाओं से सुरक्षित किया जा सके, जिससे कि जिला में जान एवं माल के नुकसान को भविष्य में कम किया जा सके।
इसके उपरांत केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की के वरिष्ठ वैज्ञानिक एम. एम. दालबेहेरा ने मुख्य अतिथि का आभार किया एवं इस कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी, उन्होंने कहा कि वह भविष्य में केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की की टीम के साथ धरातल पर भी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे ताकि जिला में पूर्व चिन्हित स्थलों पर इस जोखिम आंकलन प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से पूर्ण किया जा सके।
अंत में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल. आर. वर्मा ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया एवं सभी प्रतिभागियों का इस दो दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित होने पर आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया।
इस अवसर पर आशीष कपूर, वैज्ञानिक केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की, प्रताप पराशर, वित्त योजना अधिकारी, राजन कुमार शर्मा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सिरमौर व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।