नाहन: गीत बना नशामुक्ति का हथियार, शिक्षक अनिल ने पहाड़ी स्वरों से छेड़ी जंग

नाहन : हिमाचल की पहाड़ी भाषा में रचा गया एंटी-ड्रग्स एल्बम “नशा त्यागें, जिंदगी नहीं” यूट्यूब पर रिलीज़ होते ही चर्चा का केंद्र बन गया है। यह गीत नशामुक्ति के प्रति समाज को जागरूक करने और युवाओं को सही मार्ग दिखाने का एक सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। शिक्षक और गायक अनिल द्वारा अपनी मधुर आवाज से सजाए गए इस गीत ने न सिर्फ़ संगीतप्रेमियों का दिल जीता है, बल्कि सामाजिक सरोकारों को गहराई से उजागर किया है।

इस प्रेरणादायक गीत की रचना राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक एवं कवि निशिकांत ‘सौमित्र’ ने की है, जबकि संगीतकार किरनेश पुंडीर ने इसे मनमोहक धुनों से सजाया है। गीत की खासियत इसकी सरल भाषा और हृदयस्पर्शी भावनाएं हैं, जो ग्रामीण जीवन से शहरी संघर्षों तक की यात्रा को बखूबी दर्शाती हैं। अनिल की मधुर आवाज़ ने गीत के हर शब्द को जीवंत कर दिया है, जिससे नशे के दंश को झेल रहे परिवारों की पीड़ा और आशा की किरण एक साथ महसूस की जा सकती है।

गीत के गायक अनिल पेशे से एक शिक्षक हैं, जो समाज में बदलाव लाने के लिए संगीत को हथियार बना रहे हैं। उनका कहना है, “नशा व्यक्ति को नहीं, पूरे परिवार को तबाह कर देता है। हमारी पूरी टीम ने यह गीत उन युवाओं के लिए बनाया है जो गलत राह पर भटक रहे हैं। संगीत के ज़रिए हम उन्हें जागरूक कर सकते हैं।”

Demo ---

इस एल्बम की खास बात यह है कि इसमें पहाड़ी लोक संगीत की मिठास के साथ आधुनिक सामाजिक विषय को जोड़ा गया है। संगीतकार किरनेश पुंडीर ने पारंपरिक वाद्यों और आधुनिक अरेंजमेंट का समावेश कर इसे युवाओं की पसंदीदा धुनों में ढाला है। गीत के बोल जैसे “हिमाचल रे नौजवानों , शुणी जाओ गुहारों …” सीधे दिल में उतरकर सकारात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं।

इस गीत को केवल एक मनोरंजन के तौर पर नहीं, बल्कि एक आंदोलन के रूप में देखा जा रहा है। स्थानीय समुदाय और शिक्षण संस्थान इसे नशामुक्ति अभियानों से जोड़ने की योजना बना रहे हैं। युवाओं का कहना है कि ऐसे गीत उन्हें आत्ममंथन के लिए प्रेरित करते हैं।

“नशा त्यागें, जिंदगी नहीं” सिर्फ़ एक गीत नहीं, बल्कि समाज की ज़िम्मेदारी का एहसास दिलाने वाला एक सुरीला संदेश है। अनिल, सौमित्र और किरनेश का यह सामूहिक प्रयास नशे जैसी कुरीति के खिलाफ युवाओं को एकजुट करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। आशा है, यह गीत हर उस घर तक पहुंचेगा जहां नशे की अंधेरी दुनिया में जीते लोगों को रोशनी की ज़रूरत है।

गीत लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=9eYPhjEYhOc

यह संदेश समाज में फैल रही सकारात्मकता और सांस्कृतिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आप भी इस मुहिम से जुड़ें और गीत को शेयर करके नशे के खिलाफ आवाज़ बुलंद करें!

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।