धर्मशाला: मैक्लोडगंज का प्रमुख बौद्ध मंदिर, थेकचेन चोएलिंग, तिब्बती नव वर्ष उत्सव लोसार की शुरुआत के अवसर पर 3 मार्च से पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। बताते हैं कि दलाई लामा के 1968 में यहां स्थानांतरित होने के बाद तिब्बती शरणार्थियों की प्रार्थना के उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया था | इस मंदिर में शाक्यमुनि बुद्ध की एक विशाल मूर्ति भी है और इसी परिसर में महामहिम का निजी निवास भी है ।

बौद्ध मंदिर परिसर के एक प्रवक्ता ने बताया कि थेखचेन चोलिंग चैरिटेबल सोसाइटी ने मंदिर खोलने का फैसला लिया है, हालांकि, सभी आगंतुकों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।उल्लेखनीय है कि धर्मशाला के पर्यटन व्यवसियों ने प्रदेश सरकार से क्षेत्र में दलाई लामा मंदिर और अन्य तिब्बती मठों को खोलने का आग्रह किया था। होटल और पर्यटन उद्योग के सदस्यों ने सरकार से कांगड़ा क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में कमी के कारण हुए नुकसान को देखते हुए इस क्षेत्र में बौद्ध पर्यटन को पुनर्जीवित करने का आग्रह किया है।

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