श्री रेणुका जी: कुछ महीनों पहले तक कोरोना वैक्सीनेशन में हिमाचल प्रदेश देशभर में पहले नंबर पर रहा। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश ने वैक्सीनेशन में बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन अब स्थितियां बदल गई लगता है | जिला सिरमौर में 12 से 14 वर्ष की आयु के किशोरों को कोर्बेवैक्स वैक्सीन लगाई गई, लेकिन वैक्सीन की सेकंड डोज समय पर नहीं लगने से अभिभावक परेशान हैं | सरकार की आधिकारिक वेबसाइट की माने तो कोर्बेवैक्स वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के बीच का अंतराल 28 दिन होना चाहिए, लेकिन 50 दिन से अधिक का अंतराल होने के बाद भी वैक्सीन नही लग सकी है | अब अभिभावक स्कूल और अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन वैक्सीन कब लगेगी कोई पता नहीं है |

बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग के पास वैक्सीन की कमी नही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के चलते वैक्सीन को लगाने का कोई ठीक प्रबंध नहीं किया गया है | वहीं कुछ कार्यकर्ता यह मानने को तैयार ही नही हैं कि वैक्सीन के दोनों डोज के बीच अधिक अंतराल से इसका असर कम हो जाता है | यही वजह है कि मनमाने तरीके से वैक्सीनेशन किया जा रहा है |

स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अभी तक कुल 1,29,96,075 वैक्सीन लगाए जा चुके हैं | जिसमें 18 + आयु वर्ग को 60,13,780 (पहला डोज) 56,93,529 (दूसरा डोज ) 15 से 18 आयु वर्ग को 3,25,852 (पहला डोज) 2,89,568 (दूसरा डोज ) 12 से 14 आयु वर्ग को 2,39,546 (पहला डोज) 1,47,388 (दूसरा डोज ) एहतियाती डोज 18 से 59 आयु वर्ग 508 एहतियाती डोज 60 से उपर आयु वर्ग 2,85,904 वैक्सीन लगाए जा चुके हैं

उधर स्वास्थ्य विभाग की खंड चिकित्सा अधिकारी धगेड़ा कभी फोन उठाना उचित ही नही समझती हैं | जबकि जिला सिरमौर स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील गौतम से इस बारे में जब बात की गई तो उन्होंने माना कि जिला में कोविड वैक्सीन कुछ धीमी गति से चल रहा है |

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