नादौन की बिंदिया कौशल ने कांग यात्से पर्वत की चढ़ाई कर रचा नया इतिहास, एवरेस्ट फतह करने की है तमन्ना

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By पंकज जयसवाल

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश पुलिस की कांस्टेबल बिंदिया कौशल ने अपने साहस और संकल्प के साथ लद्दाख के कांग यात्से पर्वत (ऊंचाई 20,600 फुट या 6,250 मीटर) की सफलतापूर्वक चढ़ाई करके एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। बिंदिया ने इस चुनौतीपूर्ण पर्वत को केवल छह दिनों में फतह किया, जबकि आमतौर पर इस तरह की कठिन चढ़ाई को पूरा करने में 10 से 12 दिन लगते हैं। इससे वह हिमाचल प्रदेश पुलिस की पहली ऐसी महिला कांस्टेबल बन गई हैं, जिन्होंने दो बड़े पर्वतों की सफलतापूर्वक चढ़ाई की है।

बिंदिया कौशल मूल रूप से हमीरपुर के नादौन विधानसभा क्षेत्र की मंझेली पंचायत (कांगू) के रामनगर की रहने वाली हैं। उनके पिता आर्मी से सेवानिवृत्त हो चुके हैं और माता गृहिणी हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल कांगू से प्राप्त की और इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा किया। बिंदिया को स्कूल के समय से ही ट्रैकिंग का शौक था, और इसी जुनून ने उन्हें पर्वतारोहण की दुनिया में प्रवेश करने के लिए प्रेरित किया।

वर्ष 2015 में पुलिस में भर्ती होने के बाद, उन्होंने लाहुल-स्पीति में तीन साल की सेवा की और वर्तमान में शिमला में तैनात हैं। बिंदिया की एक बड़ी बहन और एक भाई हैं। उनकी यह सफलता हिमाचल प्रदेश पुलिस और हमीरपुर के नादौन क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।

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बिंदिया की इच्छा एवरेस्ट फतह करने की है, लेकिन पर्वतारोहण में उच्च लागत उनके सामने एक बड़ी चुनौती बनकर खड़ी है। अब तक उनके बेसिक और एडवांस पर्वतारोहण कोर्स और दोनों पीक की चढ़ाई पर लगभग दो लाख रुपये का खर्च आ चुका है, जो कि एक कांस्टेबल के लिए वहन करना आसान नहीं है। बावजूद इसके, बिंदिया अपने सपनों को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं और उन्होंने अपने साहसिक प्रयासों से कई लोगों को प्रेरित किया है।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।